Thursday, November 5, 2009

पर्युषण पर्व हम जैनियों का पर्वराज है | यह त्यौहार पूजनेवालों के लिए चमत्कारिक होता है | यह त्यौहार हमारी आत्मा को हल्का कर देता है और ऊंचाइयों पर ले जाता है | यह हमारी जिंदगियों में दिए जलाता है | यह हमें अपने जिंदगी सुधरने का रास्ता भी दिखता है | मनीषियों ने इसकी तुलना एक अमरतमयी जल से कि है जिससे लोग अपने कर्मरूपी पापों को धो देते हैं | यह पर्व एक अधार्मिक बंधूगंन को भी धार्मिक व गुणी बना देता है | वे गुणीजन जो इस पर्व के चमत्कार पहले से जानते हैं वे अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वाह करते हैं और जो बंधुगण सांसारिक बन्धनों में लिप्त हैं वे अपने कर्तव्यों को जान लेते हैं | इसलिए यह त्यौहार मनाया जाता है |


आइये हम सब मिल कर इस धर्मं को गहराई से जाने और इसपर अमल करें |


जय जिनेन्द्र 

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